सुवर्ण प्राशन का अर्थ है सोने की भस्म को शहद और अन्य जड़ी-बूटियों के रस के साथ बच्चों को देने की प्रक्रिया। शुभ पुष्य नक्षत्र पर बच्चे के लिए स्वर्णप्राशन करने की सलाह दी जाती है।
स्वर्णप्राशन के लिए पुष्य नक्षत्र की तिथियाँ 2025
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14 जनवरी, 2025 (मंगलवार) - 10:17 AM से 15 जनवरी, 2025 (बुधवार) 10:28 AM
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10 फरवरी, 2025 (सोमवार) समय 06:01 PM से 11 फरवरी, 2025 (मंगलवार) 06:34 PM Register for the camp.
- 9 मार्च, 2025 (रविवार) 11:55 PM से 10 मार्च, 2025 (सोमवार) 12:51 AM
- 6 अप्रैल, 2025 (रविवार) 05:32 AM से 7 अप्रैल, 2025 (सोमवार) 06:25 AM
- 3 मई, 2025 (शनिवार) 12:34 PM से 4 मई, 2025 (रविवार) 12:53 PM
- 30 मई, 2025 (शुक्रवार) 09:29 PM से 31st मई, 2025 (शनिवार) 09:07 PM
- 27 जून, 2025 (शुक्रवार) 07:22 AM से 28th जून, 2025 (शनिवार) 06:35 AM
- 24 जुलाई, 2025 (गुरूवार) 04:43 PM से 25 जुलाई, 2025 (शुक्रवार) 04:00 PM
- 21 अगस्त, 2025 (गुरूवार) 12:27 AM से 22 अगस्त, 2025 (शुक्रवार) 12:08 AM
- 17 सितम्बर, 2025 (बुधवार) 06:26 AM से 18 सितम्बर, 2025 (गुरूवार) 06:32 AM
- 14 अक्टूबर, 2025 (मंगलवार) 11:54 AM से 15 अक्टूबर, 2025 (बुधवार) 12:00 PM
- 10 नवंबर, 2025 (सोमवार) 06:48 PM से 11 नवंबर, 2025 (मंगलवार) 06:17 PM
- 8 दिसंबर, 2025 (सोमवार) 04:11 AM से 9 दिसंबर, 2025 (मंगलवार) 02:52 AM
पुष्य नक्षत्र में स्वर्णप्राशन
दीपक आयुर्वेदिक सेंटर के अध्यक्ष डॉ. दीपक राठी ने बताया कि स्वर्ण भस्म शरीर में जाकर पूरे शरीर के असंतुलन या विकृति को सही करती है। स्वर्णप्राशन पुष्य नक्षत्र पर किया जाता है क्योंकि इस दिन ग्रहों की शक्तियां ज्यादा होती हैं और इसके विशेष लाभ देखने को मिलते हैं। पुष्य नक्षत्र हर महीने में एक बार आता है। पुष्य नक्षत्र पर बच्चों को लगातार 5 से 7 साल तक स्वर्णप्राशन करने से शरीर के प्रत्येक अंग-प्रत्यंग की शक्ति और क्षमताओं की वृद्धि होती है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।